इस गांव में परंपराओं के नाम पर होता है यह गंदा काम परंपराओं के नाम पर होता है अत्याचार

इस गांव में परंपराओं के नाम पर होता है इतना गंदा काम कि आप सोच भी नहीं सकते देखिए हमारी इस खास रिपोर्ट में


 जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि परंपराएं कुछ और ही निराली होती हैं आज हम आपको बताएंगे एक ऐसे गांव में जहां जानवरों के साथ खेला जाता है क्रूरता का खेल
हर जगह की अपनी एक संस्कृति और अपनी परंपराएं होती हैं इनसे जुड़े उत्सव और त्योहार खुशियां लाते हैं लेकिन कई बार इन उत्सव का रूप बेहद कूरुर हो जाता है नेपाल का देव पोखरी फेस्टिवल भी इन्हीं में से एक है 900 साल पुराना इस फेस्टिवल में एक बकरी को तालाब में फेंका जाता है और गांव के लोग उसे मारने के लिए जूझने लगते हैं काठमांडू घाटी के को खान गांव में नेवारी लोग देव पोखरी फेस्टिवल मनाते हैं

कई जगह पर त्यौहार में बलि देने का रिवाज होता है वैसे ही जहां पर भी बकरी की जान ली जाती है पर इसके लिए जो तरीका अपनाया जाता है वह बेहद ही डरावना होता है गांव के रुद्राणी मंदिर के पास देवतालाब में 5 से 6 महीने की एक बकरी डाली जाती है

उसके पीछे गांव के 9 लड़के तालाब में उतरते हैं और 45 मिनट के खेल में उसे खींचना शुरु करते हैं उसके साथ यह क्रूरता तब तक जारी रहती है जब तक बकरी की जान नहीं चली जाती इसके अलावा इस फेस्टिवल में गांव के लोग भीम और देवी का डांस करते हैं इनमें से नेवरी डिसूजा और वाइन भी बनाई जाती है
ऑर्गनाइजेशन एनिमल फेस्टिवल नेपाल लगातार फेस्टिवल की परंपरा के खिलाफ कैंपेन चल रहा है ऑर्गनाइजेशन
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